काहे को राड़ मचाई - The Indic Lyrics Database

काहे को राड़ मचाई

गीतकार - आरज़ू लखनवी | गायक - सहगल | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - लगन | वर्ष - 1941

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कभी दिल दिल से टकराता तो होगा

कभी दिल दिल से टकराता तो होगा

उन्हे मेरा ख़याल आता तो होगा

ना रुकते होंगे जब आँखों मे आँसू

आँखों मे आँसू

तो पैमाना तो पैमाना छलक जाता तो होगा

उन्हे

वो पा लेते तो होंगे दिल पे काबु, दिल पे काबु

उन्हे ये भी कमाल आता तो होगा

कभी दिल