कोई इश्क में पागल होता है वो इश्क का मतलब समझेगा - The Indic Lyrics Database

कोई इश्क में पागल होता है वो इश्क का मतलब समझेगा

गीतकार - समीर | गायक - शंकर महादेवन | संगीत - इस्माइल दरबार | फ़िल्म - तेरा जादू चल गया | वर्ष - 2000

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कोई इश्क़ में पागल होता है
कोई इश्क़ में बनता है दीवाना
ये इश्क़ जुनून है चाहत है
मुश्किल है इसको समझाना
वो इश्क़ का मतलब समझेगा
यहां इश्क़ जिसे हो जाएगा हाय
महसूस नहीं होने देगा हो हो
महसूस नहीं होने देगा
दिल चुपके से खो जाएगा हाय
वो इश्क़ का मतलब ...हूँ ये इश्क़ तो ऐसा जादू है हाय
जो किसी पे भी चल जाता है
कोई इश्क़ में सूली चढ़ता है
कोई ताजमहल बनवाता है
ये इश्क़ है झोंका खुश्बू का हो हो
ये इश्क़ है झोंका खुश्बू का
सबकी साँसें महकाएगा हाय
वो इश्क़ का मतलब ...ना इश्क़ की कोई बोली है हाय
ना इश्क़ की कोई भाषा है
ना पढ़ा किसी ने भी इसको हाय
फिर भी ये सबको आता है
कैसे करते हैं इश्क़ यहां हो हो
कैसे करते हैं इश्क़ यहां
ये इश्क़ को इश्क़ सिखाएगा हाय
वो इश्क़ का मतलब ...