ज़ुल्म करने से बुरा है बस प्यार रहेगा - The Indic Lyrics Database

ज़ुल्म करने से बुरा है बस प्यार रहेगा

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, अलका याज्ञनिक, मुन्ना अज़ीज़ | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - हुकूमत | वर्ष - 1987

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ज़ुल्म करने से बुरा है ज़ुल्म सहन करना
डर के जीने से अच्छा है सामने लड़के मरना
ना ज़ुल्म ना ज़ालिम का अधिकार रहेगा
दुनिया में कुछ रहेगा तो बस प्यार रहेगाउठा के मिल के नींद से तुम सबको जगा दो
इस हाथ से उस हाथ को तुम साथ मिला दो
सच्चाई से तुम झूठ की बुनियाद हिला दो
और वक़्त की आवाज़ से आवाज़ मिला दो
जनता के हाथ में ही इख्तियार रहेगा
दुनिया में कुछ रहेगा ...ना आदमी का आदमी गुलाम रहेगा
ना सीना जोरी और ना इंतकाम रहेगा
बुरे का ना आग़ाज़ ना अंजाम रहेगा
जो बाकी रहा तो ख़ुदा का नाम रहेगा
ख़ुदा का नाम रहा तो संसार रहेगा
दुनिया में कुछ रहेगा ...