जीवन दोर तुम्हीं संग बंधि - The Indic Lyrics Database

जीवन दोर तुम्हीं संग बंधि

गीतकार - भरत व्यास | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - सती सावित्री | वर्ष - 1964

View in Roman

जीवन डोर तुम्हीं संग बाँधी
क्या तोड़ेंगे इस बन्धन को
जग के तूफ़ाँ आँधी रे आँधी
जीवन डोर ...हो न सके कभी हम-तुम न्यारे
दो तन हैं इक प्राण हमारे
चाहे मिले पथ में अँधियारे
चाहे घिरे हों बादल कारे
फिर भी रहूँगी तुम्हारी तुम्हारी
जीवन डोर ...यूँ घुल मिल रहना जीवन में
जैसे रहे कजरा अखियन में
तेरी छवि चाई रहे मन में
तेरा ही नाम रहे धड़कन में
तेरे दरस की मैं प्यासी रे प्यासी
जीवन डोर ...ऐसा मुझे वरदान मिला है
तुम क्या मिले भगवान मिला है
अब तो जनम भर संग रहेगा
इस मेहन्दी का रंग रहेगा
तेरे चरण की मैं दासी रे दासी
जीवन डोर ...