मेरे दिलबर मेरे जानम दिल चुरा लिया: - The Indic Lyrics Database

मेरे दिलबर मेरे जानम दिल चुरा लिया:

गीतकार - समीर | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, अभिजीत | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - क़यामत | वर्ष - 2003

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क : मेरे दिलबर मेरे जानम मैने तुमसे प्यार किया रे
बेचैनी बढ़ती जाती है तूने कैसा दर्द दिया रे
मैने प्यार तुम्हीं से किया रे -२
दिल चुरा लिया -४अ : तेरी पहली नज़र ने मेरा चैन चुराया
तेरा ख़ाब जो आया रातों को जगाया
तेरी प्यास को मैने होंठों पे सजाया
चाहत कैसी है तूने मुझको बताया
दिल चुरा लिया -४क : पाँव ज़मीं पे पड़ते नहीं अब मैं उड़ने लगी हूँ हवा में
अ : ख़ुश्बू बनके बिखरी पड़ी हैं तेरी ज़ुल्फ़ें आज फ़िज़ा में
क : तूने जादू ये कैसा किया रे -२
अ : दिल चुरा लिया -४क : तेरी इन बाँहों में मुझको अब तो जीना मरना है
अ : सोच लिया है हद से ज़ियादा अब इश्क़ तुझे करना है
क : मैने माना तुझे ही पिया रे -२
अ : दिल चुरा लिया -२
क : दिल चुरा लिया -२अ : तेरी पहली नज़र ने मेरा चैन चुराया
तेरा ख़्वाब जो आया रातों को जगाया
क : तेरी प्यास को मैने होंठों पे सजाया
चाहत कैसी है तूने मुझको बताया
अ : दिल चुरा लिया -२
क : दिल चुरा लिया -२
अ : हा हा हा हा हा हा
क : हे हे हे हे ला ला ला ला
अ : ला रा ला रा ला रा ला
क : हे हे हे हे ला ला ला ला