रूखी सुखी रोटी तेरे हाथों से खा के आया मजा बड़ा - The Indic Lyrics Database

रूखी सुखी रोटी तेरे हाथों से खा के आया मजा बड़ा

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - अलका याज्ञनिक, शंकर महादेवन | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - नायक द रियल हीरो | वर्ष - 2001

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मेरी मंजरी( आ ले ले ले ले, ले ले ले ले ले ले
ले ले ले ले ले ले ले ) -२रूखी-सूखी रोटी तेरे हाथों से
हे रूखी-सूखी रोटी तेरे हाथों से खा के आया मज़ा बड़ाठण्डा-ठण्डा पानी तेरे आँगन का पी के छाया नशा बड़ाहे रूखी-सूखी रोटी तेरे हाथों से खा के आया मज़ा बड़ा
ठण्डा-ठण्डा पानी तेरे आँगन का पी के छाया नशा बड़ाहे हो बोले जो मुझसे तू वो मैं कर जाऊँतेरे सीने से लगके मैं मर जाऊँतौबा ओह तौबा तू क्या बोला धड़क-धड़क मेरा दिल डोला -२तौबा ओह तौबा ओह तौबा-तौबा धड़क-धड़क मेरा दिल डोला -२चलो जी कोई तितली पकड़ते हैंचलो जी किसी पेड़ पे चढ़ते हैंक्या होगा जो मैं पेड़ से गिर गई गई गई गई गईओह मुझे दर्द बड़ा होगा तुझको चोट अगर लग गईलइ लइ लइ लइ लइ लइ -२ये तो पुरानी लइ लइ लइप्रेम-कहानी लइ लइ लइबात कोई कर आज नई नई नई नई नई नईप्यार में दिन आये कैसे रोग लगे हमको ऐसेनाच उठे दो दिल जैसे ता थइ ता थइ ता थइतौबा ओह तौबा तू क्या बोला धड़क-धड़क मेरा दिल डोला -२हे रूखी-सूखी रोटी तेरे हाथों से खा के आया मज़ा बड़ा
ठण्डा-ठण्डा पानी तेरे आँगन का पी के छाया नशा बड़ा
ओह प्यारि मंजरी
प्यारी मंजरी
ओह लइ लइ लइ लइ लइ लइ प्यारि मन्जरि
ले ले ले ले ले ले, ले ले ले ले ले ले ले
लइ लइ लइ लइ लइ लइ लइहो, चलो जी नदिया में नहायेंगेनहीं जी पहले आम चुरायेंगेपकड़ गये तो बड़ी मार पड़ेगी नहीं नहीं नहींअरे प्यार-व्यार जो करते हैं वो मार से डरते नहींलइ लइ लइ लइ लइ लइ लइ -२बात बदाल गई लइ लइ लइबच के निकल गई लइ लइ लइचाल ये कैसी तू चल गई गई गई गई गई गईतीर चला दिल पर लागा दर्द बड़ा मीठा जागाधक-धक जोर से दिल भागा देहली से मुम्बईरूखी-सूखी रोटी, मेरे हाथों से, खा के आया मज़ा तुझे
ठण्डा-ठण्डा पानी, मेरे आँगन का, पी के आया नशा तुझेहे, रूखी-सूखी रोटी तेरे हाथों से खा के आया मज़ा बड़ा
ठण्डा-ठण्डा पानी तेरे आँगन का पी के छाया नशा बड़ाहे हो बोले जो मुझसे तू वो मैं कर जाऊँ
तेरे सीने से लगके मैं मर जाऊँ
तौबा ओह तौबा तू क्या बोला धड़क-धड़क मेरा दिल डोला -२
तौबा ओह तौबा ओह तौबा-तौबा धड़क-धड़क मेरा दिल डोला -२