एक था अब्दुल रहमान एक थी अब्दुल रहमानिया - The Indic Lyrics Database

एक था अब्दुल रहमान एक थी अब्दुल रहमानिया

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर, किशोर कुमार | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - मनमौजी | वर्ष - 1962

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कि : एक था अब्दुल रहमान
ल : सच्ची
कि : हाँ
एक था अब्दुल रहमान एक थी अब्दुल रहमनिया
अब मैं हूँ इक मनमौजी तू बन जा मनमौजनियाँ हो हो हो हो
ल : सुन-सुन मेरे मनमौजी मैं हूँ तेरी सजनियाँ
तू कर दे एक इशारा मैं छोड़ूँ सारी दुनिया हो हो होकि : मैं दीवाना आवारा मुझको लोग कहें नाकारा
ज़रा सोच ले
बेसहारे को बनाया तूने अपना सहारा
ज़रा सोच ले
ल : हो ( मैने ताजमहल कब माँगा ) -२
तूने प्यार दिया जब माँगा -२
सुन शाहजहाँ मेरे दिल के
मैं हूँ दिल से तेरी शाहजहनियाँ -३
कि : एक था अब्दुल रहमान ...
ल : अब तू है इक मनमौजी मैं तेरी मनमौजनियाँ
दो : हो हो हो होल : राजा मुझे काँच की तू चूड़ी ला दे -२
सोने के ना चाँदी के मैं माँगूँ वादे
दुख सुख तेरे-मेरे आधे-आधे
राजा मुझे काँच की तू चूड़ी ला दे
कि : गरीबों की मोहब्बत ज़माने से निराली
इरादे बड़े-बड़े और जेबें खाली-खाली -२
ल : तू जो प्यार से मुझे दे-दे
मुझे प्यारी है तेरी दोअनियाँ
तेरी दोअनियाँ हो तेरी दोअनियाँ
कि : इक था अब्दुल रहमान ...
ल : अब तू है इक ...कि : तेरा एक नज़ारा काफ़ी है मेरे लिए -२
ज़ुल्फ़ों का सहारा काफ़ी है मेरे लिए
आँखों का इशारा काफ़ी है मेरे लिए हो हो
तेरा एक नज़ारा काफ़ी है मेरे लिए
ल : हो राजा देख लिया तुझे जब से -२
मैने चाँद ना देखा तब से -२
तूने दुनिया ही दिल की बदल दी
दो : ऐ मोहब्बत तेरी मेहरबानियाँ -३
कि : इक था अब्दुल रहमान ...
ल : सुन-सुन मेरे मनमौजी ...