वो बिजलि हैं हम शोला आज ना जाने क्या होगा - The Indic Lyrics Database

वो बिजलि हैं हम शोला आज ना जाने क्या होगा

गीतकार - प्रेम धवन या आनंद बख्शी? | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रोशन | फ़िल्म - वल्लाह क्या बात है | वर्ष - 1962

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वो बिजली हैं हम शोला, आज ना जाने क्या होगा
चाँद से टक्कर सूरज की, लो आया दिन क़यामत का
हो हो हो यारों हुस्न की इश्क से ये पहली मुलाकात है
आ हा हा वल्लाह क्या बात है, ओह हो हो वल्लाह क्या बात हैहोते हैं काफ़िर यूं तो, अल्लाह-अल्लाह कहते हैं दिलबर जिनको
दिल को उड़ा लें हंस के, तौबा-तौबा आता है जादू इनको
लेकिन हमसे जो आँख मिली तो, खा गये वो भी चक्कर
सब नाज़ वो अपने भूल गये, और भूल गये सब अकड़
उनको पानी पीना पड़ा, ये है नाज़ुक वक़्त बड़ा
चाँद से टक्कर सूरज की, लो आयाऐसी भी क्या मदहोशी, देखो-देखो होश नहीं आँचल का
कहती है साफ़ निगाहें, अल्लाह कसम हाल बुरा है दिल का
है बात अभी तो आँखों तक, आगे ज़ालिम क्या होगा
जब दिल को छू लेगी नजर, जाने आलम क्या होगा
चाँद से टक्कर सूरज की, लो आया