रग रग में इस तरह चोरी चोरी चुपके चुपके - The Indic Lyrics Database

रग रग में इस तरह चोरी चोरी चुपके चुपके

गीतकार - समीर | गायक - सहगान, अलका याज्ञनिक, बाबुल सुप्रियो | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - चोरी चोरी चुपके चुपके | वर्ष - 2000

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रग़ रग़ में इस तरह तू समाने लगा
जैसे मुझी को मुझसे चुराने लगा
ओ दिल मेरा ले गया लूट के
चोरी चोरी चुपके चुपकेरग़ रग़ में इस तरह तू समाने लगी
जैसे मुझी को मुझसे चुराने लगी
दिल मेरा ले गई लूट के
चोरी चोरी चुपके चुपकेतूने दिल को धड़कना सिखाया सनम
प्यार क्या है मुझे ये बताया सनम
सारि रस्मों को कसमों को तोड़ दूं
तू कहे तो ये दुनिया भी मैं छोड़ दूं
हो अब न जाना कभी रूठ के
चोरी चोरी चुपके चुपके ...मैने सब कुछ तेरे प्यार को दे दिया
तुझपे रब से भी ज्यादा भरोसा किया
तुझको पलकों में अपनी सजा के रखूं
तेरे सपनों का मोती छुपा के रखूं
मैं करूंगी वफ़ा टूटके
चोरी चोरी चुपके चुपके ...