ओरि गोरी चलो री तेरा झुमका जब डोले हिंडारुउ पिंडारुउ - The Indic Lyrics Database

ओरि गोरी चलो री तेरा झुमका जब डोले हिंडारुउ पिंडारुउ

गीतकार - देव कोहली | गायक - कोरस, उदित नारायण, पामेला जैन | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - आप मुझे अच्छे लगने लगे | वर्ष - 2002

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ओरी गोरी चलो री चोरी चोरी मिलन रुत आई रे
कैसी बाँधी ये नैनों की डोरी बजी शहनाई रे
ओरी गोरी ...होंठों पे मुस्कान अपने सजाएँ
प्रेम की गंगा में हम बहतें जाएँ
बरसे गगन से अमृत के धारे
ऐसे में क्यूँ हम प्यासे रह जाएँ
तूने कैसा इशारा किया रे
मैं खिंची चली आई रे
ओरी गोरी ...ओ तेरा झुमका जब डोले दिल खाए हिचकौले
हाय तेरा झुमका ...अब तेरे हाथ में मेरे दिल की डोर है
इसे तोड़ना नहीं बड़ा तुझमें ज़ोर है
हाय तेरा झुमका ...ये पैरों में बाँधीं हैं क्यूँ बिजलियाँ
मार डालेंगी तौबा तेरी शोखियाँ
खुशी का समा है थिरकने भी दो
तुम्हें हम नचा देंगे कुछ ना कहो
गरबे की रात है क्या तेरी बात है
मैं तेरे साथ हूँ तू मेरे साथ है
हाय तेरा झुमका ...हे हिंडारू पिंडारू तेरी चलती कमर है लट्टू
बाँधूँ इसपे नज़र का बट्टू
हिल गई धरती यारा मार नहीं झटके
अरे हिंडारू पिंडारू ...एक दो तीन चार
चार को मारूँ टनटना
तू पागल सबको मत बना
जवाब नहीं तेरा गोरिये
हिंडारू पिंडारू ...