कहीं ऐसे भी आँसू हैं जो आँखों में नहीं आते - The Indic Lyrics Database

कहीं ऐसे भी आँसू हैं जो आँखों में नहीं आते

गीतकार - कैफ इरफानी | गायक - लता | संगीत - खय्याम | फ़िल्म - गुल सनोबर | वर्ष - 1953

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(कहीं ऐसे भी आँसू हैं जो आँखों में नहीं आते)
बहुत से राज़ ऐसे हैं जो समझाये नहीं जाते
कहीं ऐसे भी आँसू हैं जो आँखों में नहीं आते
(कैइ दिल टूट जाते हैं, सदा ? तक भी नहीं आती)
हज़ारों दर्द ऐसे हैं कसक जिनकी नहीं जाती
कसक जिनकी नहीं जाती
बहुत से ज़क्म ऐसे हैं जो दिखलाये नहीं जाते
बहुत से राज़ ऐसे हैं जो समझाये नहीं जाते
कहीं ऐसे भी आँसू हैं जो आँखों में नहीं आते
(कहीं ? महफ़िल हो दुनिया की, वही है दिल की तनहाई)
(न जाने आज क्या आया, हमारी आँख भर आई)
ये कैसे गीत हैं ऐ दिल, जो गाये भी नहीं जाते
बहुत सी राज़ ऐसे हैं, जो समझाये नहीं जाते
कहीं ऐसे भी आँसू हैं जो आँखों में नहीं आते