पंछी सुर में गाते हैं - The Indic Lyrics Database

पंछी सुर में गाते हैं

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - सिरफ तुम | वर्ष - 1999

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पंछी सुर में गाते हैं
भंवरे गुनगुनाते हैं
घुंघरू बजाती है हवा
ऐसे मुस्कुराती है यूं फ़िज़ा
बुलाती है जैसे हो ये मेरी दिलरुबादेखो क्या घनेरे ऊँचे ऊँचे परबतों के साए हैं
चलके यूं मचल के रंग बदल के
हमसे मिलने आए हैं
खुह्बू है बहारों की
मस्ती है नज़ारों की
सबके दिल पे छाया है नशा
अरे ऐसे मुस्कुराती है ...नैया बिन खिवैया जाने कैसे साहिलों पे आती है
धारा इस नदी की हर किसी को इक दिन तो मिलाती है
सच्ची ये कहानी है
पानी ज़िंदगानी है
सारे जग को है ये पता
हो ऐसे मुस्कुराती है ...