कहाँ तक हम - The Indic Lyrics Database

कहाँ तक हम

गीतकार - मजरूह | गायक - लता | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - आरजू | वर्ष - 1950

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कहाँ तक हम उठाएं ग़म जियें अब या के मर जाएं
अरे ज़ालिम मुक़द्दर ये बता दे हम किधर जाएं
कहाँ तक हम
हम उनका नाम लेकर काट देंगे ज़िंदगी अपनी
न वो आएं मगर मिलने का कर वादा तो किधर जाएं
पपीहे से कहो गाये न वो नग़मे बहारों के
कहो गुलशन उजड़ जाए कहो कलियाँ बिखर जाएं
कहाँ तक हम