ये शहर बड़ा अलबेला सिंगापुरी - The Indic Lyrics Database

ये शहर बड़ा अलबेला सिंगापुरी

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - सिंगापुर | वर्ष - 1960

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मु : ये शहर बड़ा अलबेला हर तरफ़ हसीनों का मेला
पर और भी है कुछ आगे तू चला चल अकेला
को : सिंगापुर -३मु : जवाँ शहर दिलवालों का हमारे जैसे मतवालों का
गले मिले सब यहाँ पे आकर नहीं भेद गोरे-कालों का
को : नियुम्मा
मु : ये शहर बड़ा ...
को : सिंगापुर -३मु : यु मुस्कराती नटखट गुड़ियाँ यह हुस्न वाली मीठी छुरियाँ
ज़रा देर को सब चकराएँ कहाँ से आईं इतनी परियाँ
को : नमस्ते
मु : ये शहर बड़ा ...
को : सिंगापुर -३मु : जिधर से गुज़रे हम मस्ती में बहार आई उस बस्ती में
चलें प्यार के नग़में गाते है घर किसी दिल की दिल्ली में
को : नियुम्मा
मु : ये शहर बड़ा ...
को : सिंगापुर -३