झिन मिन झीनी जाऊँ ना जाऊँ पिया की गली - The Indic Lyrics Database

झिन मिन झीनी जाऊँ ना जाऊँ पिया की गली

गीतकार - गुलजार | गायक - साधना सरगम, अनुराधा श्रीराम, राकेश पंडित, उस्ताद सुल्तान खान | संगीत - विशाल भारद्वाज | फ़िल्म - मकबूल | वर्ष - 2004

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झिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनी -२
सीधी साधी बातें बातें भोली भाली
बिल्लो मेरी आँखों की कमीनी
झिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनीजाऊँ न जाऊँ
जाऊँ न जाऊँ पिया की गली
रंगे पाँव पकड़ी गई जो चली
चिकने चिकने आँगन हैं सय्याँ के घर के
मैं चलना भूल गई रे सय्याँ से डर के
पगली कर दीन्हींझिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनी -२
सीधी साधी बातें बातें भोली भालीजाऊँ न जाऊँ पिया की गली
रंगे पाँव पकड़ी गई जो चलीआज रंग है ए माँ रंग है री -२
मेरे महबूबी के घर रंग है री
देसी बिदेसी में ढूँढे फिरे हूँओ तो
जब देखूँ मोरे संग है री
आज रंग है -६
आज रंग है ए माँ रंग है री
मेरे महबूबी के घर रंग है रीझिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनी
सीधी साधी बातें बातें भोली भाली
बिल्लो मेरी आँखों की कमीनीजाऊँ न जाऊँ पिया की गली
रंगे पाँव पकड़ी गई जो चलीहिदा में छुपा के जिया रख दिया
हथेली पे जल तू बिया रख दिया
रौशन रौशन पैरों से ख़ुद ही शर्माऊँ
मैं इस पग उस पग डोलूँ जाऊँ ना जाऊँ
पगली कर दीनीझिन मिन झीनी झिन मिन झीनी झिन मिन झिन मिन झीनी
सीधी साधी बातें बातें भोली भाली
बिल्लो मेरी आँखों की कमीनीजाऊँ न जाऊँ पिया की गली
रंगे पाँव पकड़ी गई जो चली
चिकने चिकने आँगन हैं सय्याँ के घर के
मैं चलना भूल गई रे सय्याँ से डर के
पगली कर दीन्हींमोरे पीर पायो -३
निजामुद्दीन औलिया
क़ुतुबुद्दिन औलिया
करीमुद्दिन औलिया
अलाउद्दीन औलिया
नसीरुद्दीन औलियाअल्लाह का प्यारा वो तो
जग उजियारा वो तो
जग उजियारा
आज रंग है ए माँ रंग है री
मेरे महबूबी के घर रंग है री