ज़ालिम ज़माने ने इताना सताया हैं - The Indic Lyrics Database

ज़ालिम ज़माने ने इताना सताया हैं

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - | वर्ष - 1960

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ज़ालिम ज़माने ने इतना सताया है
रोने लगी ज़िन्दगी ग़म मुस्कुराया है -२
ज़ालिम ज़माने ने ...फूटी मेरी क़िस्मत टूटे सभी सपने -२
गैरों से शिक़वा क्या करें लूट गए अपने
अपना जिसे समझे उसने मिटाया है
रोने लगी ज़िन्दगी ...आँसू मेरे कब तक देंगे सहारा मुझे -२
तू ही सहारा ऐ मौत दे रो-रो पुकारा तुझे
जीने से भी अब तो जी घबराया है
रोने लगी ज़िन्दगी ...