रुत रंगीली है सुहानी रात है - The Indic Lyrics Database

रुत रंगीली है सुहानी रात है

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - सुरिंदर कौर, मीना कपूर, सुरैया | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - प्यार की जीत | वर्ष - 1948

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साँझ की बेला

साँझ की बेला

साँझ की बेला पंची अकेला

साँझ की बेला

नैनन में दुख रैन अंधेरी

नैनन में दुख रैन अंधेरी

मन में तूफ़ानों का मेला

साँह की बेला

को: साँझ की बेला

साँह की बेला पंछी अकेला

को: पंछी अकेला

साँह की बेला

तेरी बिन पतवार की नइया

मिला न मन का मीत खेवइया

बहता चल जिधर ले चले

बहता चल बहता चल

बहता चल तू जिधर ले चले

इन चंचल लहरों का रेला

साँझ की बेला

खेल प्रेम का अजब अनोखा

खेल प्रेम का अजब अनोखा

देता मन अपने को धोखा

खेल प्रेम का अजब अनोखा

हार जीत क्या जाने जिसने

हार जीत क्या हार जीत

हार जीत क्या जाने जिसने

खेल प्रेम का कभी न खेला

साँझ की बेला