कह दो कोई न करे यहाँ प्यार - The Indic Lyrics Database

कह दो कोई न करे यहाँ प्यार

गीतकार - भरत व्यास | गायक - रफी | संगीत - वसंत देसाई | फ़िल्म - गूंज उठी शहनाई | वर्ष - 1959

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कह दो कोई न करे यहाँ प्यार
इस में ख़ुशियाँ हैं कम
बेशुमार हैं ग़म
एक हँसी और आँसू हज़ार
कह दो कोई न
प्रीत पतंगा दीये से करे
उसकी ही लौ में वो जल-जल मरे
मुश्किल राहें यहाँ
अश्क और आहें यहाँ
इस में चैन न कोई करार
कह दो कोई न
हमने तो समझा था फूल खिले
चुन-चुन के देखा तो काँटे मिले
ये अनोखा जहाँ
हरदम धोका यहाँ
इस वीराने में कैसी बहार
कह दो कोई न करे यहाँ प्यार