ज़मीं से हमें आसमाँ पर - The Indic Lyrics Database

ज़मीं से हमें आसमाँ पर

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - रफ़ी, आशा | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - अदालत | वर्ष - 1958

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आ आ आ
ज़मीं से हमें आसमाँ पर
बिठा के गिरा तो न दोगे
अगर हम ये पूछें के दिल में
बसा के भुला तो न दोगे
ज़मीं से हमें ...
अगर हम ये पूछें ...
( ऐ रात इस वक़्त आँचल में तेरे
जितने भी हैं ये सितारे )
जो दे दे तू मुझको तो फिर मैं लूटा दूँ
किसी की नज़र पे ये सारे

कहो के ये रंगीन सपने
सजा के मिटा तो न दोगे
अगर हम ये पूछें ...
( तुम्हारे सहारे निकल तो पड़े हैं
है मंज़िल कहाँ दिल न जाने )
जो तुम साथ दोगे तो आएगी एक दिन
मंज़िल गले से लगाने

इतना तो दिल को यक़ीं है
हमें तुम दग़ा तो न दोगे
अगर हम ये पूछें ...
आहा-हा हाहा-हा हाहा-हा
ल-ला-ला ल-ला-ला ल-ला-ला
म्‌्‌-ह्‌्‌म्‌्‌ ह्‌्‌म्‌्‌-ह्‌्‌म्‌्‌-ह्‌्‌म्‌्‌ ह्‌्‌म्‌्‌-ह्‌्‌म्‌्‌-ह्‌्‌म्‌्‌
आहा-हा हाहा-हा हाहा-हा$