ज़मीं चल रही - The Indic Lyrics Database

ज़मीं चल रही

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - हेमंत कुमार | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - पहली झलक | वर्ष - 1954

View in Roman

ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
यह किसके इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
यह किसके इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
चली जा रही है ज़माने की नैय्या
चली जा रही है ज़माने की नैय्या
नज़र से न देखा किसी ने खेवैय्या
नज़र से न देखा किसी ने खेवैय्या
न जाने यह चक्कर कहाँ चल रहा है
न जाने यह चक्कर कहाँ चल रहा है
यह किसके इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
यह किसके इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
यह हँसना यह रोना यह आशा निराशा
यह हँसना यह रोना यह आशा निराशा
समझ न आये यह क्या है तमाशा
समझ न आये यह क्या है तमाशा
यह क्यों रात दिन कारवाँ चल रहा है
यह क्यों रात दिन कारवाँ चल रहा है
यह किसके इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
यह किसके इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
अजब है यह महफ़िल अजब दासताँ है
अजब है यह महफ़िल अजब दासताँ है
न मंज़िल है कोई न कोई निशाँ है
न मंज़िल है कोई न कोई निशाँ है
तो फिर किस लिये कारवाँ चल रहा है
तो फिर किस लिये कारवाँ चल रहा है
यह किसके इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
यह किसके इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
भटक्ते तो देखे हज़ारों सयाने
भटक्ते तो देखे हज़ारों सयाने
मगर राज़ कुदरत क कोई न जाने
मगर राज़ कुदरत क कोई न जाने
यह सब सिलसिला बेनिशाँ चल रहा है
यह सब सिलसिला बेनिशाँ चल रहा है
यह किस्के इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है
यह किसके इशारे जहाँ चल रहा है
ज़मीं चल रही है आसमाँ चल रहा है$