हर दिन है नया हर रात निराली हैं - The Indic Lyrics Database

हर दिन है नया हर रात निराली हैं

गीतकार - जी एस नेपाली | गायक - अशोक कुमार, अमीरबाई | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - शिकारी | वर्ष - 1946

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अमी : हर दिन है नया
ह हा हा हा ह हा
हर दिन है नया, हर रात निराली है
अशो : तू है दिल में तो रोज़ दीवाली है
अमी : हर दिन है नया
अशो : ह हा हा हा ह हासुनसान घना जंगल
अमी : मन है डर से चंचल -२
अशो : ओ चंचल नदिया, तू प्यासे के पास कहाँ आई
चंचल नदिया, तू प्यासे के पास कहाँ आई
अमी : नदिया को प्यासे पिया की
अशो : प्रीत बुला लाई
जंगल की डगरिया काँटों वाली है
अमी : तू है दिल में तो रोज़ दीवाली है
हर दिन है नयाअशो : रात खिली की, ?? चाँद सी सुन्दर
प्यार भरी तुम कौन
तुम कौन -२
अमी : मैं तेरी दीवानी -२
प्रेम भी पा रे, ?? बोले शिकारे,
भेद भरे तुम कौन -२
अशो : मैं राजा, तुम रानी, तुम रानी
अमी : भरपूर चमन है रुत मतवाली है
अशो : तू है दिल में तो रोज़ दिवाली है
अमी : ओ हो ओ ओ ओ ओहो गौर किया तो ओर ??
हो गौर किया तो प्यारा है काली ??
अशो :तुम हो मेरी आँखों की उजियाली
अमी : चुपके-चुपके बातें होतीं, चुपके होता प्यार
चुपके होता प्यार
अशो : इसी तरह अनजान में बनता है नया संसार
अमी : आ आ
दो : बनता है नया संसार
हम दो पंछी बस एक ही डाली है
तू है दिल में तो रोज़ दीवाली है
हर दिन है नया