खुशबु जैसे लोग मिले अफसाने में - The Indic Lyrics Database

खुशबु जैसे लोग मिले अफसाने में

गीतकार - गुलजार | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - विशाल (गैर-फिल्म) | वर्ष - 2001

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ख़ुश्बू जैसे लोग मिले अफ़साने में
एक पुराना ख़त खोला अन्जाने मेंशाम के साये बालिश्तों से नापे हैं
चाँद ने कितनी देर लगा दी आने मेंदिल पर दस्तक देने ये कौन आया है
किसस्की आहट सुनता हूँ वीराने मेंजाने किसका ज़िक्र है इस अफ़साने में
दर्द मज़े लेता है जो दोहराने में