दुउर देश का रहने वाला आया: - The Indic Lyrics Database

दुउर देश का रहने वाला आया:

गीतकार - पं. मधुर | गायक - पंकज मलिक, कानन देवी | संगीत - कमल दासगुप्ता | फ़िल्म - जवाबी | वर्ष - 1942

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का: (दूर देश का रहने वाला आया
आया देश पराये)-२
(मन से मन की पूछ रहा है)-२
अपना भेद छुपाये
दो:(दूर देश का रहने वाला आया
आया देश पराये)-२
दूर देश का रहने वाला आयापं: देख उसे इक पेड़ पे मैना बोली
दो: देख उसे इक पेड़ पे मैना बोली
का:क्या
पं: आओ, आओ मुसाफ़िर बोलो अपनी बोली
मुसाफ़िर बोलो अपनी बोली
(क्यों इतने घबराये)-२
का:टूटा घोसला बना रही हूँ
बना सको तो बुला रही हूँ
(क्यों ना हाथ बटाये)-२
दो: दूर देश का रहने वाला आया
आया देश पराये
दूर देश का रहने वाला आयाका: (क्यों मुसाफ़िर रूठ गया
हाँ रूठ गया, दिल तोड़ दिया)-२
पं: पाया था, इक राज़ भूल के छोड़ दिया
फिर लेने को हम आयें
दो: दूर देश का रहने वाला आया
आया देश पराये
दूर देश का रहने वाला आयाका:देख अँधेरा ... न बेहोश हुआ
बोली मैना क्या निराशा दोश हुआ
तुम आये हम गाये
पं: हम आये तुम गाये
दो:(आया देश पराये
दूर देश का रहने वाला आया)-२