ये शोख़ सितारें करते हैं इशारे - The Indic Lyrics Database

ये शोख़ सितारें करते हैं इशारे

गीतकार - रवि | गायक - हेमंत, आशा | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - हमारा वतन | वर्ष - 1956

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ये शोख़ सितारें करते हैं इशारे
आ बैठ के दो चार घड़ी प्यार करें
ये रात जवाँ है रंगीन समा है
ऐसे मे सनम प्यार का इक़रार करें
लेके इक रंग सी आयी है उलफ़त कि घड़ी
रात है बन के मेरे सामने दुलहन सी खड़ी
कसम तुम्हरी जो हम प्यार से इनकार करें
आ/आ बैठ के दो चार घड़ी प्यार करें ...
साज़-ए-दिल छेड़ के उलफ़त के तराने गाये
सियाही ऐसा हो जो ग़म रात को धीरे हो जाए
आ/: इसी तरह से चमन प्यार का गुलज़ार करें
आ बैठ के दो चार घड़ी प्यार करें ...$