काहे जिया डोले हो कहा नहीं जाये - The Indic Lyrics Database

काहे जिया डोले हो कहा नहीं जाये

गीतकार - शकील | गायक - उमा देवी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - अनोखी अदा | वर्ष - 1948

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कब आओगे, कब आओगे

कब आओगे, कब आओगे

कब आओगे, बालमा

बरस बरस बदली भी बिखर गई

अब कब आओगे, बालमा

पश्चिम से पूरब आ के मेघ गए झूम के

तुम नहीं आए पापी परदेस घूम के

मेघ गए झूम के

तरस तरस अँखियाँ भी निखर गई

अब कब आओगे, बालमा

तुम को बेदर्द बालम मुझ से जी चुराना है

मेरी उमंगें नई, दर्द पुराना है

मुझ से भी पुराना है

उभर उभर मेहंदी भी उतर गई

अब कब आओगे, बालमा