झुकती घटा गाती हवा सपने जगाए - The Indic Lyrics Database

झुकती घटा गाती हवा सपने जगाए

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - आशा - महेंद्र कपूर | संगीत - एन.दत्ता | फ़िल्म - धूल का फूल | वर्ष - 1959

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झुकती घटा गाती हवा सपने जगाए
नन्हा सा दिल मेरा मचल-मचल जाए
महके हुए, बहके हुए, मस्त नज़ारे
निखरे हुए, बिखरे हुए, रंग के धारे
आज गगन हो के मगन हम को बुलाए
रवां है छोटी सी कश्ती हवाओं के रुख़ पर
नदी के साज़ पे मल्लाह गीत गाता है
तुम्हारा जिस्म हर एक लहर के झकोले से
मेरी शरीर निगाहों में झूल जाता है
जिस्म मेरा जां भी मेरी तेरे लिए है
प्यार भारी दुनिया सजी तेरे लिए है
आँखों पे हैं छाए तेरे जलवों के साये