ये नयी नयी प्रीत है - The Indic Lyrics Database

ये नयी नयी प्रीत है

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - तलत, लता | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - पॉकेटमार | वर्ष - 1956

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ये नयी नयी प्रीत है
तू ही तो मेरा मीत है
ना जाने कोई साजना
ये तेरी मेरी दास्तां
समा है ये प्यार का
नये इक़रार का
ना हो कोई जहाँ
बना लें वहीं आशियां
ये नयी नयी प्रीत है
नज़र तुमसे मिली ऐसे
के हम शर्मा गये
पुकारा जब तेरे दिल ने
तो फिर हम आ गये
कसम तुम्हें प्यार की
इसी इक़रार की
ना जाने कोई साजना
ये तेरी मेरी दास्तां
समा है ये प्यार का
निगाहों ही निगाहों में
कहो क्या कर दिया
मेरे दामन को फूलों से
ये किसने भर दिया
चलो चल दें वहाँ
ज़मीन और आसमां
गले मिलते जहाँ
बना ले वहीं आशियां
ये नयी नयी प्रीत है
तू ही तो मेर मीत है
ना जाने कोई साजना
ये तेरी मेरी दास्तां
समा है ये प्यार का
नये इक़रार का
ना हो कोई जहाँ
बना लें वहीं आशियां
ये नयी नयी प्रीत है$