जिंदगी फुउलोन की नहीं - The Indic Lyrics Database

जिंदगी फुउलोन की नहीं

गीतकार - गुलजार | गायक - भूपिंदर | संगीत - कानू रॉय | फ़िल्म - गृह प्रवेश | वर्ष - 1979

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ज़िंदगी फूलों की नहीं, फूलों की तरह महकी रहे
ज़िंदगी भूलों की नहीं, फूलों की तरह महकी रहे
ज़िंदगीजब कोई कहीं गुल खिलता है, आवाज़ नहीं आती लेकिन -२
खुशबू की खबर आ जाती है, खुशबू महकी रहे
ज़िंदगी ...जब राह कहीं कोई मुड़ती है, मन.ज़िल का पता तो होता नहीं -२
इक राह पे राह मिल जाती है, राहें मुड़ती रहें
ज़िंदगी ...