झूमता मौसम मस्त महीना - The Indic Lyrics Database

झूमता मौसम मस्त महीना

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - लता - मन्ना डे | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - उजाला | वर्ष - 1959

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झूमता मौसम मस्त महीना
चांद सी गोरी एक हसीना
आँख में काजल मुँह पे पसीना
या अल्लाह या अल्लाह दिल ले गई
कोई रंगीला सपनों में आके
एक नज़र से अपना बना के
प्यार का जादू हम पे चला के
या अल्लाह या अल्लाह दिल ले गया
ठंडी सड़क नीम तले
तीर-ए-नज़र खूब चले
तुम भी उधर ज़ख़्मी हुए
हम भी इधर ज़ख़्मी हुए
लाल चुनरिया चाल निराली
सर पे झूमर कान में बाली
हाथ में चूड़ियां मोतियोंवाली
या अल्लाह या अल्लाह दिल ले गई
तुम भी यहाँ, हम भी यहाँ
ऐसा मिलन होगा कहाँ
तेरी कसम जान-ए-जहां
दिल है वही तू है जहाँ
दिल का मालिक एक मतवाला
इस जहां में सबसे निराला
प्यार का सूरज दिल का उजाला
या अल्लाह या अल्लाह दिल ले गया
दोनों तरफ आग लगी
ऐसी लगी बुझ न सकी
तुम भी जले मैं भी जली
खिल तो गई दिल की कली
मुखड़ा तेरा गुल की कहानी
ज़ुल्फ़ें तेरी शाम सुहानी
रूप की मलिका प्यार की रानी
या अल्लाह या अल्लाह दिल ले गई