ये लो मैं हारी पिया - The Indic Lyrics Database

ये लो मैं हारी पिया

गीतकार - मजरूह | गायक - गीता | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - आर पार | वर्ष - 1954

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ये लो मैं, ये लो मैं
ये लो मैं हारी पिया, हुई तेरी जीत रे
काहे का झगड़ा बालम, नई नई प्रीत रे
ये लो मैं...
नये नये दो नैन मिले हैं
नई मुलाकात है
मिलते ही तुम रूठ गये जी
ये भी कोई बात है
जाओ जी माफ़ किया
तू ही मेरा मीत रे
काहे का झगड़ा ...
हुई तिहारी संग चलोजी-
बैयाँ मेरी थामके
बाँध बलम किस्मत की डोरी
संग तेरे नामके -
लड़ते ही लड़ते मौसम
जाये नहीं बीत रे
काहे का झगड़ा ...
चले किधर को बोलो बाबू -
सपनों को लूट के
हाय राम जी रह नहीं पाये
दिल मेरा टूटके -
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काहे का झगड़ा ...
ये लो मैं हारी पिया ...$