झूम झूम ढ़लती रात, ले के चली मुझे अपने साथ - The Indic Lyrics Database

झूम झूम ढ़लती रात, ले के चली मुझे अपने साथ

गीतकार - कैफ़ी आज़मी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - Köhra | वर्ष - 1964

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झूम झूम ढलती रात
ले के चली मुझे अपने साथ
जाने कहाँ ले जाए दर्द भरा ये दिल
जैसे सदा देती है खोई हुई मंज़िल
छोड़ो पिया मेरी छोड़ो हाथ
हाल ये है मस्ती का, साँस लगी थमने
उतने रहें प्यासे हम जितनी भी पी हमने
ग़म को बढ़ा गई ग़म की मौत
जिसको कोई समझे ना, बात ना वो दोहरा
मेरा तेरा जीवन क्या, छाया हुआ कोहरा
किसने सुनी कभी दिल की बात