जीवन क्या है चलता फिरता एक खिलोना हैं - The Indic Lyrics Database

जीवन क्या है चलता फिरता एक खिलोना हैं

गीतकार - निदा फाजली | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - अंतर्दृष्टि (गैर फिल्म) | वर्ष - 1993

View in Roman

जीवन क्या है, चलता-फिरता एक खिलोना है
दो आँखों में, एक से हँसना, एक से रोना हैजो जी चाहे वो मिल जाए, कब ऐसा होता है
हर जीवन, जीवन जीने का समझोता है
अब तक जो होता आया है, हो ही होना है
जीवन क्या है ...रात अंधेरी, भोर सुहानी, यही ज़माना है
हर चादर में दुख का ताना, सुख का बाना है
आती साँस को पाना, जाती साँस को खोना है
जीवन क्या है, चलता-फिरता एक खिलोना है
दो आँखों में, एक से हँसना, एक से रोना है