हमको तुम्हारे इश्क ने क्या क्या बनाना दिया - The Indic Lyrics Database

हमको तुम्हारे इश्क ने क्या क्या बनाना दिया

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - रवि | फ़िल्म - आंखें | वर्ष - 1968

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हमको तुम्हारे इश्क़ ने
क्या क्या बना दिया
जब कुछ न बन सके
तो तमाशा बना दिया
हमको तुम्हारे इश्क़ ने
क्या क्या बना दिया

कशी से कुछ ग़रज़
थी न काबे से वास्ता
हम ढूंढ़ने चले
थे मोहब्बत का रास्ता
देखा तुम्हारे दर को
तो सर को झुका दिया
जब कुछ न बन सके
तो तमाशा बना दिया

दिल की लगी ने कर दिया
दोनों को बेकरार
दोहरा के दास्ताँ ए
मोहब्बत फिर एक बार
मजनूँ हमें और
आपको लैला बना दिया

जब कुछ न बन सके
तो तमाशा बना दिया

निकले तेरी तलाश में
और खुद ही खो गए
कुछ बन पड़ी न हमसे
तो दीवाने हो गए
दीवानगी में फिर तेरा
कूचा दिखा दिया
जब कुछ न बन सके
तो तमाशा बना दिया

जलवों की भीख
फेंकने वाले की खैर हो
पर्दा हटके देखने
वाले की खैर हो
बन के भिखारी इश्क़
ने दमन बिछा दिया
जब कुछ न बन सके
तो तमाशा बना दिया
हमको तुम्हारे इश्क़ ने
क्या क्या बना दिया.