ओ किस्सा हम लिखेंगे दिल ए बेकारार को - The Indic Lyrics Database

ओ किस्सा हम लिखेंगे दिल ए बेकारार को

गीतकार - महबूब | गायक - अनुराधा पौडवाल, एम जी श्रीकुमार | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - डोली सजा के रखना | वर्ष - 1998

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ओ किस्सा हम लिखेंगे दिल-ए-बेक़रार काख़त में सजा के फूल हम प्यार कालफ़्ज़ों में लिख देंगे अपना ये हाल-ए-दिलदेखेंगे क्या जवाब आता है फिर यार काकिस्सा हम लिखेंगे दिल-ए-बेक़रार का
ख़त में सजा के फूल हम प्यार का
लफ़्ज़ों में लिख देंगे अपना ये हाल-ए-दिल
देखेंगे क्या जवाब आता है फिर यार काकिस्सा हम लिखेंगे दिल-ए-बेक़रार का
ख़त में सजा के फूल हम प्यार कादिल का दीवानापन कहता है ये सजनक़दमों में आपके लुटा दूँ अपनी जाअँजान हमारी हो जाँ से भी प्यारी होआपके प्यार की तो दिल में है जगहदिल में ही बसा के रखना तुम सदाहम तो ना छोड़ेंगे ये साथ कभी दिलदार काकिस्सा हम लिखेंगे दिल-ए-बेक़रार का
ख़त में सजा के फूल हम प्यार का
लफ़्ज़ों में लिख देंगे अपना ये हाल-ए-दिल
देखेंगे क्या जवाब आता है फिर यार काकिस्सा हम लिखेंगे दिल-ए-बेक़रार का
ख़त में सजा के फूल हम प्यार काचंदा सा चेहरा जब याद आता है जबदिन में भी छा जाता है रात का समाँरातें बेहाल हैं सोना मुहाल हैआँखों में आप हैं जी नींदें हैं कहाँमेरी भी निगाहों का अब सुन ले सवालपूछती हैं कब आयेगा फिर मौक़ा तेरे दीदार काकिस्सा हम लिखेंगे दिल-ए-बेक़रार का
ख़त में सजा के फूल हम प्यार का
लफ़्ज़ों में लिख देंगे अपना ये हाल-ए-दिल
देखेंगे क्या जवाब आता है फिर यार काकिस्सा हम लिखेंगे दिल-ए-बेक़रार का
ख़त में सजा के फूल हम प्यार का