चूड़ी खनकाई रे .. बोलो कैसा लगता हैं - The Indic Lyrics Database

चूड़ी खनकाई रे .. बोलो कैसा लगता हैं

गीतकार - नितिन रायकवार | गायक - हेमा सरदेसाई, अभिजीत, जॉली मुखर्जी | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - जोश | वर्ष - 2000

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चूड़ी खांकाई रे चूड़ी खांकाई रे
बोलो कैसा लगता है
मेहँदी रचइ रे मेहँदी रचइ रे
बोलो कैसा लगता है
तेरी चूडियों का रंग अच्छा लगता है
तेरी मेहँदी का रंग पक्का लगता है
लाखों में तू एक सनम सच्चा लगता है सच्चा लगता है
चूड़ी खांकाई रे चूड़ी खांकाई रे
बोलो कैसा लगता है

आजा आजा पिया यह सिंगार है किया
तड़पे मेरा जिया इंतज़ार है किया
तेरा यह सिंगार हम चुराने आये
आज हद से गुज़र जायेंगे
आरे आरे आरे आरे
बिंदिया चमकायी रे
बोलो कैसा लगता है

मेहँदी रचइ रे बोलो कैसा लगता है
तेरी बिंदिया का रंग अच्छा लगता है
तेरी मेहँदी का रंग पक्का लगता है
लाखों में तू एक सनम सच्चा लगता है सच्चा लगता है
चूड़ी खांकाई रे बोलो कैसा लगता है

तेरी अंगड़ाइयाँ उसपे तन्हाईयाँ
लायी नज़दीकियाँ मिट गयी दूरियाँ
मेरा यह सिंदूर है नसीब अपना
पूरा किया रब ने मेरा सपना
आरे आरे आरे आरे आरे
चुनरी लहराई रे बोलो कैसा लगता है
मेहँदी रचइ रे बोलो कैसा लगता है
तेरी चूडियों का रंग अच्छा लगता है
तेरी चुनरी का रंग पक्का लगता है
लाखों में तू एक सनम सच्चा लगता है सच्चा लगता है
चूड़ी खांकाई रे बोलो कैसा लगता है.