तुम ने पुकारा और हम चले आये - The Indic Lyrics Database

तुम ने पुकारा और हम चले आये

गीतकार - राहत इंदौरी | गायक - सुमन कल्याणपूर - रफी | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - खुद्दार | वर्ष - 1994

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तुम ने पुकारा और हम चले आये
दिल हथेली पर ले आये रे
तुम ने पुकारा और हम चले आये
जान हथेली पर ले आये रे
आओ बैठो हमारे पहलू में पनाह ले लो
मेरी जलती हुई आँखों पे ये आँखे रख दो
ऐ मेरे प्यार के ख्वाबों की हसीन शहज़ादी
होंठ क्यो काँप रहें है, ज़रा कुछ तो बोलो
तुम ने पुकारा और हम चले आये
जान हथेली पर ले आये रे
आज खेलो मेरी ज़ुल्फों से, इजाज़त है तुम्हे
मुझ को छू लो, मेरी नस नस में शरारे भर दो
मेरे दिलदार, मेरी आँखों में रहने वाले
मैं तुम्हारी हूँ, मेरी माँग में तारें भर दो
तुम ने पुकारा और हम चले आये
दिल हथेली पर ले आये रे
नाम रौशन है तुम ही से मेरे अफ़साने का
ज़िन्दगी नाम है उल्फ़त में जिये जाने का
तुम अगर हम को ना मिलते तो ये सूरत होती
लोग ले जाते जनाज़ा तेरे दीवाने का
तुम ने पुकारा और हम चले आये
जान हथेली पर ले आये रे