घर यहाँ बसाने आए थे - The Indic Lyrics Database

घर यहाँ बसाने आए थे

गीतकार - जी एस नेपाली | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - गजरे | वर्ष - 1948

View in Roman

घर यहाँ बसाने आए थे
हम घर ही छोड़ चले
अपना था जिन्हें समझा हमने
वो भी दिल तोड़ चलेसोचा था सजन आएँगे आएँगे बहारे लाएँगे
हम एक चमन के दो पंछी बन जाएँगे
संध्या की बेला द्वार पे आ कर वो मुँह मोड़ चलेजीवन में कभी इक प्यार का दीपक जलता था
मिलने के लिए दिल घुल-घुल के मचलता था
जब साथ पतंगा छोड़ दिया तो दिया अकेल जले