सय्याँ कैसे धरुँ धीर - The Indic Lyrics Database

सय्याँ कैसे धरुँ धीर

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - सितारों से आगे | वर्ष - 1958

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आ हा हा हा हा ...
सैयाँ कैसे धारूँ धीरपग ठुमक चलत बलखाए
हाय, पग ठुमक चलत बलखाए, हाय
सैयाँ कैसे धारूँ धीर
पायल बाजे ना कोई जागे ना, हाय
हाय रे सैयाँ कैसे धारूँ धीर
पग ठुमक चलत बलखाए ...(पागल सजनी अपने सजन की
चल नहीं पाए राह मिलन की) -२
काँटा चुभ-चुभ जाए, हाय
सैयाँ कैसे धारूँ धीर
खिली चाँदनी जले साजनी, हाय,
हाय रे सैयाँ कैसे धारूँ धीर
पग ठुमक चलत बलखाए ...(छुपके मिलन चली तुमसे जो छलिया
देखके जल गई काली कोयलिया ) -२
बैरन शोर मचाए, हाय
सैयाँ कैसे धारूँ धीर
कोई जाने ना बैरन माने ना, हाय
हाय रे सैयाँ कैसे धारूँ धीर
पग ठुमक चलत बलखाए ...(पर्वत ऊपर पिया तोरी नगरी
देखत छलके नैनों की गगरी) -२
पग छलके फिसलाए, हाय
सैयाँ कैसे धारूँ धीर
लिए गागरी फिरूँ बावरी, हाय
हाय रे सैयाँ कैसे धारूँ धीर
पग ठुमक चलत बलखाए ...