भारत की एक संनारी की हम कथा सुनाते हैं - The Indic Lyrics Database

भारत की एक संनारी की हम कथा सुनाते हैं

गीतकार - रमेश गुप्ता? | गायक - मधुसूदन भट्ट, यशवंत मराठे | संगीत - शंकरराव व्यास | फ़िल्म - | वर्ष - 1943

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भारत की एक सन्नारी की
हम कथा सुनाते हैं -२
मिथला की राजदुलारी की
हम व्यथा सुनाते हैं -२
भारत की एक सन्नारी की
हम कथा सुनाते हैं -२शिवधनुष राम ने तोड़ा -२
मिला चन्द्र-चकोर का जोड़ा -२
( जनकपुरी से तोड़ा नाता
अवधपुरी से जोड़ा ) -२
कोमल थी वो कली
सुखों में पली
वनों में चली
बहोत दुख पाई
सुन कर उसकी व्यथा
नैन भर आते हैं
हम कथा सुनाते हैं -२
भारत की एक सन्नारी की
हम कथा सुनाते हैं -२रावन ने छल करी
सिया को हरी
विधी क्या करी
जो था बन पाईसीता-सीता करें
बिरह में जरें
बनों में फिरें
विकल रघुराई -२पवनपुत्र वहाँ आये -२
सुधि को धाये
युक्ति बहु कीन्हीं
सिया सुधि पाई
राम कोप कर बढ़े
लन्क पर चढ़े
फूँक दइ लन्क
सिया लौट आई -३जैसे दिये में तेल
तेल में बाट
बाट में तेज प्रकासे
तसे राम हृदय में सिया
सिया हिये रामई बासे
क्या बिना प्राण के अमर
दही कहीं देही (?)
क्या यही राम दरबार
कहाँ वैदेही -२