थोड़ा सा दिल लगा के देख - The Indic Lyrics Database

थोड़ा सा दिल लगा के देख

गीतकार - मजरूह | गायक - रफ़ी, शमशाद | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - मुसाफिरखाना | वर्ष - 1955

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थोड़ा सा दिल लगा के देख
तर रम पम पम
नैनों से मुस्कुरा के देख
तर रम पम पम
मेरा न बन सके अगर अपना हमें बना के देख
तर रम पम पम
धड़कन में तेरे लिए नग़में बहारों के हैं
दिल के ख़ज़ाने सारे अपने ही प्यारों के हैं
आ मेरे दिल में आ के देख
तर रम पम पम
नैनों से मुस्कुरा
हँसने की बात कर ले ग़म के फ़साने से क्या
उल्फ़त से झोली भर ले तुझको ज़माने से क्या
दुनिया का ग़म भुला के देख
तर रम पम पम
नैनों से मुस्कुरा
कुछ भी कहे ज़माना ला न मैल प्यारे
मौजों से डगमगा के देख
तर रम पम पम
नैनों से मुस्कुरा$