आये बहार बनके लुभाकर चले गए - The Indic Lyrics Database

आये बहार बनके लुभाकर चले गए

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - राज हठ | वर्ष - 1956

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आये बहार बनके लुभाकर चले गए
क्या राज़ था जो दिल में छुपाकर चले गए
कहने को वो हसीन थे आँखें थीं बेवफा
दामन मेरी नज़र से बचाकर चले गए
इतना मुझे बताओ मेरे दिल की धडकनों
वो कौन थे जो ख़्वाब दिखाकर चले गए