तुम्हीं मेरे मीत हो - The Indic Lyrics Database

तुम्हीं मेरे मीत हो

गीतकार - बशर नवाज़ | गायक - सुमन कल्याणपूर - हेमंत कुमार | संगीत - खय्याम | फ़िल्म - लोरी | वर्ष - 1984

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तुम्हीं मेरे मीत हो
तुम्हीं मेरे मीत हो, तुम्हीं मेरी प्रीत हो
तुम्हीं मेरी आरज़ू का पहला पहला गीत हो
तुम्हीं मेरे मीत हो, तुम्हीं मेरी प्रीत हो
तुम्हीं मेरी ज़िंदगी की पहली पहली जीत हो
तुम हो बेचैन सैया, हम बेक़रार से
जाने ना दूँगी तुमको नैनों के द्वारे से
तेरी निगाहों ने देखा है प्यार से
मिला आज प्यासा पंछी नदिया की धार से
तुम्हीं चितचोर ही तुम्हीं दिल जीत हो
तुम्हीं मेरी आरज़ू का पहला पहला गीत हो
तू किसी की बागबां की गुलशन का फूल है
छुप छुप के तुझको चाहा राही की भूल है
राही की भूल नहीं किस्मत की भूल है
किस्मत की भूल सैया हमें तो कबूल है
मेरे दिल के साज़ का तुम्हीं संगीत हो
तुम्हीं मेरी ज़िंदगी की पहली पहली जीत हो