तुम्हे ज़िंदगी के उजाले मुबारक - The Indic Lyrics Database

तुम्हे ज़िंदगी के उजाले मुबारक

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - प्यासे पंछी | वर्ष - 1961

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तुम्हे ज़िंदगी के उजाले मुबारक
अंधेरे हमें आज रास आ गए हैं
तुम्हे पा के हम खुदसे दूर हो गए थे
तुम्हे छोड़कर अपने पास आ गए हैं
तुम्हारी वफ़ा से शिकायत नही है
निभाना तो कोई रवायत नही है
जहाँ तक कदम आ सके आ गए हैं
अंधेरे हमे आज रास आ गये हैं
चमन से चले हैं ये इल्ज़ाम लेकर
बहुत जी लिए हम तेरा नाम लेकर
मुरादो की मंज़िल से दूर आ गए हैं
अंधेरे हमें आज रास आ गए हैं