तुम्हें याद करते करते, जाएगी रैन सारी - The Indic Lyrics Database

तुम्हें याद करते करते, जाएगी रैन सारी

गीतकार - गुलजार | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - पूर्णिमा | वर्ष - 1965

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तुम्हें याद करते करते, जाएगी रैन सारी
तुम ले गये हो अपने संग नींद भी हमारी
मन है के जा बसा है अन्जान एक नगर में
कुछ खोजता है पागल खोई हुई डगर में
इतने बड़े महल में घबराऊँ मैं बेचारी
तुम ले गये हो अपने संग नींद भी हमारी
बिरहा की इस चीता से तुम ही मुझे निकालो
जो तुम ना आ सको तो मुझे स्वप्न में बुला लो
मुझे ऐसे मत जलाओ, मेरी प्रीत है कुंवारी
तुम ले गये हो अपने संग नींद भी हमारी