तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी - The Indic Lyrics Database

तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी

गीतकार - नक्श लायलपुरी | गायक - रूना लैला | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - घरौंदा | वर्ष - 1977

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तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी
कभी दिल किसी से लगाकर तो देखो
तुम्हारे खयालो की दुनिया यहीं है
जरा मेरी बाँहों में आकर तो देखो
देख के मुझे क्यों तुम देखते नहीं
यारा ऐसी बेरुखी सही तो नहीं
रात दिन जिसे माँगा था दुआओं में
देखो गौर से कही मैं वही तो नहीं
मैं वो रंग हूँ जो चढ़के कभी छुटे ना
मैं वो रंग हूँ जो चढ़के कभी छुटेना ना मन से
तुम्हे प्यार से प्यार होने लगेगा
मेरे साथ शामे बिता कर तो देखो
तुम्हे दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी
मोहब्बत की राहो में आकर तो देखो
तेरे लिए मैं जिऊँ तुझपे ही मैं जान दूँ
दिल की कहूँ, दिल की सुनूँ
इश्क है दिल्लगी नहीं दिल्लगी दिल्लगी नहीं