सागर किनारे,सांझ सवेरे - The Indic Lyrics Database

सागर किनारे,सांझ सवेरे

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - लता - किशोर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - सागर | वर्ष - 1985

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सागर किनारे, सांझ सवेरे
हल्के उजाले, हल्के अंधेरे
क्यों हैं ये दूरियाँ क्या हैं मजबूरियाँ
दिल जो पूछे क्या कहूँ
गम की गहराईयाँ, ऐसी तनहाईयाँ
हाय कैसे मैं सहूँ
तू नहीं पास तो क्या मेरे पास है
एक ही ख्वाब है, एक ही आस है
तेरी ही यादें, तेरी ही बातें
बीते ना ये दिन, बीते ना रातें
तेरी दीवानी कब से सोयी नहीं है
सागर किनारे दिल ये पुकारे
तू जो नहीं तो मेरा कोई नहीं है