हैं ससुउ तीरथ ससुर तिराथो - The Indic Lyrics Database

हैं ससुउ तीरथ ससुर तिराथो

गीतकार - सावन कुमार | गायक - किशोर कुमार | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - सौतन | वर्ष - 1983

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अरे सासू तीरथ ससुरा तीरथ
सासू तीरथ ससुरा तीरथ तीरथ साला-साली है
दुनिया के सब तीरथ झूठे चारों धाम घरवाली है -२
सासू तीरथ ससुरा ...बीवी जब रूठे तो याद आती है साली -२
साली जीजा को प्यारी है वो गोरी हो या काली
लेकिन अपनी क़िस्मत में तो साला है ना साली है
अरे चारों धाम घरवाली ...बीवी तो अच्छी है वो होती जो नखरे वाली -२
फूलों से प्यारी लगती है जब-जब देती है गाली
तुहाडी ते सानूं पता नहीं -२
पर साडी ते मखणां वाली है
अरे चारों धाम घरवाली ...बोलो घरवाली की जय
बोलो मखणां वाली की जय
अरे बोलो साथ में अपनी भी जय
नहीं नहीं नहीं घरवाली की ही ही ही जय