क्यों जिंदगी की राह में मजबूर हो गे - The Indic Lyrics Database

क्यों जिंदगी की राह में मजबूर हो गे

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - चित्रा सिंह | संगीत - कुलदीप सिंह | फ़िल्म - साथ साथ | वर्ष - 1982

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क्यों ज़िन्दगी की राह में मजबूर हो गए
इतने हुए करीब कि हम दूर हो गएऐसा नहीं कि हमको कोई भी खुशी नहीं
लेकिन ये ज़िन्दगी तो कोई ज़िन्दगी नहीं
क्यों इसके फ़ैसले हमें मंज़ूर हो गए,
इतने हुए ...पाया तुम्हें तो हमको लगा तुमको खो दिया
हम दिल पे रोए और ये दिल हम पे रो दिया
पलकों से ख़्वाब क्यों गिरे क्यों चूर हो गए,
इतने हुए ...