फुलों ने हुस्न की वादियों में - The Indic Lyrics Database

फुलों ने हुस्न की वादियों में

गीतकार - | गायक - लता मंगेशकर, सहगान, विनोद राठौड | संगीत - उत्तम सिंह-जगदीश खन्ना | फ़िल्म - वारिस | वर्ष - 1988

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ल: ओ ओ ओ -२
आ हा हा हा
ओ ओ हो हो
आ आऽ
फूलों ने बहारों से
बहारों ने नज़ारों से
नज़ारों से सितारों से कहा
लहरों ने किनारों से
किनारों ने ये धारों से
धारों ने हज़ारों से कहा कि
वि: हुस्न की वादियों में इश्क़ पलता रहेगा -२
जब तक रहेगी ये दुनिया -२
प्यार होऽ
प्यार होता रहेगा
होऽ प्यार होता रहेगा
हुस्न की वादियों में इश्क़ पलता रहेगावि: मुहब्बत बहारों से पहले
बनी चाँद-तारों से पहले
ल: humming
वि: मुहब्बत बहारों से पहले
बनी चाँद-तारों से पहले
मिलन तेरा-मेरा हुआ है
हँसते नज़ारों से पहले
ये दिल तुझे सौ जनम से
चाहता है चाहता रहेगा
प्यार होऽ
प्यार होता रहेगा
होऽ प्यार होता रहेगा
हुस्न की वादियों में इश्क़ पलता रहेगाहोऽ
ल: मिले थे हम नसीब से ये जानती हूँ मैं
वि: हो हो हो हो
ल: मिले थे हम नसीब से ये जानती हूँ मैं
रिश्ता जनम-जनम का है ये मानती हूँ मैं
प्यार होऽ
प्यार होता रहेगा
होऽ प्यार होता रहेगा
वि: हुस्न की वादियों में इश्क़ पलता रहेगावि: तू पहलू में बैठी हो मेरे हाहों में हो हाथ तेरा
ल: हो हो हो हो
वि: तू पहलू में बैठी हो मेरे हाहों में हो हाथ तेरा
ऐसे मिलें फिर ना टूटे बाँहों का ये नर्म घेरा
वफ़ा से जो हमने जलाया वो दीप जलता रहेगा
प्यार होऽ
प्यार होता रहेगा
होऽ प्यार होता रहेगा
हुस्न की वादियों में इश्क़ पलता रहेगा
ल: जब तक रहेगी ये दुनिया -२
प्यार होऽ
( प्यार होता रहेगा
वि: होऽ प्यार होता रहेगा ) -३