भूत राजा मैं हुं - The Indic Lyrics Database

भूत राजा मैं हुं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, सुरेश वाडेकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - चालबाज़ | वर्ष - 1989

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ओ भूत राजा मैं हूँ भूत राजा
अरे कोई बताए ये पहेली
भूतों की महफ़िल में एक लड़की फंस गई अकेलीगर से मैं निकली रास्ते में फंस गई
आसमां से गिरके खज़ूर में अटकी
अच्छा एक खजूर खाएगी
तू खजूर नहीं मेरी मार खाएगी
यह सच है झूठ नहीं मैं कोई भूत नहीं
मैं तो हूँ नार नवेली
फंस गई मुश्किल में भूतों की महफ़िल में
मैं एक लड़की अकेली
कोई बताए समझ में न आए न आए
कि क्या मैं करूं री
फंस गई मुसीबत मेंलातों का भूत है बातों से नहीं मानेगा
लगतेहो मुझको तुम भूत सारे
यम देवता के हो दूत सारे
क्या बोली
दिन में ही रात हुई अनहोनी बात हुई
होनी ये क्या खेल खेली
फंस गई मुश्किल में ...मैं एक लड़की अकेलीअरे ओ भूत राजा भूत राजा
बाबा मुझे माफ़ करो मेरा इन्साफ़ करो
जो बोलो मानती हूँ सबको पहचानती हूँ
किस्मत मुझे मार गई तुझसे मैं हार गईहम हा हा
निकल गया भूत राजा
अब बन्द करो ये बैण्ड बाजा
अरे बन्द करो ये बैण्ड बाजा
अरे चोप